पड़े सामना सत्य से उनका, नौ दो ग्यारह वो जाए।। करके फौज। पड़े सामना सत्य से उनका, नौ दो ग्यारह वो जाए।। करके फौज।
वापस गिरकर बार-बार लगातार चलना है, बस आज मुझे शायर बनाना है... वापस गिरकर बार-बार लगातार चलना है, बस आज मुझे शायर बनाना है...
बिछड़ के तुमसे मिलना है मिट के फिर हमें बनना है बिछड़ के तुमसे मिलना है मिट के फिर हमें बनना है
मिट के फिर हमें बनना है मिट के फिर हमें बनना है
एक साथी बन कर अवश्य आएंगे। एक साथी बन कर अवश्य आएंगे।
नहीं बनना भगवान मुझे बस रहना बन अच्छा इंसान। नहीं बनना भगवान मुझे बस रहना बन अच्छा इंसान।